भारत बांटने का सबसे
आसान तरीका है
इतिहास गवाह है पन्नों पर
मुस्लिम लीग के दंगो पे
खुद को कुछ देशभक्त कहते
कार्यरत है इस कर्मों पे
विकास तभी संभव है जब
पूरी बहुमत हो सरकारों को
शुरू किया यह धंधा था
पहले देश आजादी से
चला रहा हैं अब तक वह
बहुत बड़े होशियारी से
वंचित रहा है जनता अब तक
यह अनचाही सच्चाइयां से
भोले भाले बात में आकर
पिट रहा महामारी से
पहले पिटता था यह
बड़े बड़े जमींदारों से
आज पिट रहा है
बड़े-बड़े विद्वानों से
थोड़ी सी शोहरत मिली
मांग करे तब कुर्सी की
भोले-भाले जनता समझे
यह बात करे यह प्रगति की
दे दे के बहुमत अबकी बार
बना दे सरकार की
हाल रहा जब यही देश में
तो हर परिवार की पार्टी हो
बिना बांटे ही देश बांट जाए
जब ऐसी गद्दारी हो
कौन चलाएं देश अगर
हर घर-घर ही सरकारी हो
यह पश्चिम का एजेंडा है
भारत बांटने का सबसे
आसान तरीका है
पैसे ले लेकर शोहरत से
वंचित रहा हूं मैं
विश्व गुरु बनने का क्या
विश्व फकीर बना हूं
विकास संभव हो कैसे
जब कोलेशन की सरकारें हो
संभव कैसे विकास जब
13 दिन में ही सरकार गिरा
कौन लौटाये काला धन
कैसे बचाएं फिर सरकार
जब पार्टी कूदने की सुविधा
देश में चले बेशुमार
कैसे कहें ईमानदार किसी को
कैसे कहे गद्दार
घर के बीचो-बीच हो
एक हजार दीवार
कैसे कोई क्रांति चले
जो मिले लोगों को अधिकार
जब देशप्रेम की चोला दिखे
और निकले चोर गवाड़
अन्ना को अनुदान मिले
पार्टी को सरकार
देश के कोने-कोने से
आए जख्मी बीमार
वैद्य ही धंधा छोड़ा और
बनाए नई सरकार
ये पश्चिम का एजेंडा है
भारत बांटने का सबसे
आसान तरीका है
देश बांटने जैसे है
जो बांटे देश की भाव को
ना समझे यह भोले भाले
की गांधी की कमी पड़ी है
नेहरु जिन्ना की होर में
हमको हमको करते-करते
इक देश बना फक़ीर
यह पश्चिम का एजेंडा है
भारत बांटने का सबसे
आसान तरीका है
जय हिंद
@शशि भूषण कुमार
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